ब्यूरो रणजीत बहादुर सिंह
बलिया। रात गरज के आंधी व वारिस से खेतों में खड़ी गेहूं,सरसों व आलू की फसलों का भारी नुक़सान हुआ है। गेहूं व सरसों में दाने लग गये थे और उपर का भाग भारी हो गया था विन मौसम बरसात ने तो किसानों के कमर ही तोड़ दिया। क्षेत्र पंचायत बांसडीह के पूर्व सदस्य दया शंकर ने कहा कि खेतों में तैयार हो रही फसल को देख किसान इतरा रहे थे कि इस बार फसल ठीक है इससे कुछ आगे का काम होगा लेकिन प्रकृति ने ऐसा ब्रज पात किया कि सब मिट्टी में मिल गया।
हालपुर,बालापुर,खउंटहआं,मल्हौवां,देवरार,मुडीयारी सहित इस क्षेत्र के सभी गांवों के किसानों के खेतों में फसल गिरी पड़ी है।मिश्रवलिया निवासी किसान विष्णु कुमार ओझा खेती में नित नये नये खोज कर फसलों को तैयार करते हैं रात में हुए आंधी तुफान देख खेत में गये और फसलों को मिट्टी में गिरे देख सिर पकड़ कर खेत में ही बैठ गये और कहने लगे जिनका सबकुछ खेती पर ही निर्भर है वह कैसे वर्ष भर खाएगा क्या बेचेगा।
इन्हीं फसलों पर तो हम किसान अपनी अगले वर्ष की योजनाएं बनाते हैं। पांच एकड़ की फसल पूरी की पूरी जमीन पर गिर गया है।अब तो अधिकांश किसान बैंकों से ऋण लेकर खेती कर रहे हैं और फसल बिकने के बाद बैंकों का ऋण भी वापस करते हैं अब गिरे फसल में दाने भी समाप्त हो जाएंगे और वर्ष का खर्चा कौन कहे चिंता तो बैंकों के ऋण अदायगी से अधिकांश किसान परेशानी में हैं।