ब्यूरो चीफ ,लखनऊ। सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा आनंद आश्रम विकास नगर में पूज्य ब्रम्हचारी कौशिक चैतन्य जी द्वारा सात दिवसीय कथा श्रवण कराया। नाम की महिमा इतनी है कि नाम रटने मात्र से ही प्रभू की प्राप्ति हो सकती है।रुक्मिणी विवाह, सुदामा चरित्र पर कौशिक चैतन्य जी ने कथा सुनाई। पुर्णाहुति के समय ब्रज की फुलों होली में महिला पुरुष ने भगवान के सामने खुब झूमे। कृष्ण के रूप विजय सांवरे व राधा के रुप में शगून ने लोगों के साथ खुब नृत्य किया और लोगों से कराया।
भागवत पूजन के बाद पुर्णाहुति हुयी । भागवत कथा में सहयोगी आचार्य देवेश पाठक, आचार्य अजय तिवारी, आचार्य देवेश शुक्ला, बृंदावन की संगीतमय टीम ने भजनामृत का श्रवण कराया। कार्यक्रम में व्यवस्थापक पीयूश मिश्रा जी बहू स्वेता शुक्ला ने गुरु माता जी की सानिध्य में गुरु जी की आशिर्वाद में कथामृत की व्यवस्था में लगे रहे ।