लखनऊ। निषाद पार्टी अपने 11वें संकल्प दिवस कार्यक्रम शनिवार को रमाबाई अंबेडकर मैदान में हुआ। निषाद पार्टी के कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक समेत एनडीए के कई सहयोगी दल के नेता भी शामिल हुए। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा, संकल्प दिवस में प्रदेश भर से आए मछुआ समाज के लोग एकजुट हुए हैं। प्रत्येक वर्ष की तरह आज भी हम सभी लोग निषाद पार्टी का संकल्प दिवस मना रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि हम लोग सौभाग्य शाली है इतने बड़े-बड़े लोग हमारे बीच पहुंचे हैं। 2019 में भाजपा ने निषाद पार्टी को गले लगाया था, मोदी जी को फिर से गद्दी पर बैठाएंगे। स्थापना दिवस कार्यक्रम में केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा मछुआ समाज के विकास और उत्थान के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को भी उनके समक्ष रखा गया।
पार्टी की ओर से बताया गया पूर्ववर्ती कांग्रेस की केंद्र सरकार ने 67 वर्षों में पूरे देश के मछुआ समाज के लिए केवल 3000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने केवल नौ वर्षों में 39,000 करोड़ रुपए मछुआ समाज के लिए आवंटित किए हैं। स्थापना दिवस के दिन डॉ. संजय निषाद आए हुए सभी मछुआ समाज के लोगों को बताएंगे कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री स्वयं निषाद समाज की चिंता करते हैं और निषाद समाज के सभी लंबित मुद्दों को लेकर भी गंभीर हैं।
पूर्व की सपा-बसपा और कांग्रेस की सरकारों ने निषाद समाज को मुद्दों से भटकाने का कार्य किया है और आगामी 13 जनवरी की रैली में मछुआ समाज के सामने पूर्व की सरकारों द्वारा किए गए कुकृत्य एवं मौजूदा प्रदेश एवं केंद्र सरकार द्वारा किए गए मछुआ हितैषी कार्यों को भी उनके सामने रखा जाएगा।
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद पार्टी का गठन मछुआ कल्याण के लिए 16 अगस्त 2016 को किया गया था। पार्टी का मुख्य उद्देश्य अंग्रेजो के काले कानून के कारण निषाद समेत 193 जातियां आजादी के 5 साल 16 दिन बाद 31 अगस्त 1952 में आजाद हुई थीं।
इनको डिनोटिफाइड ट्राइब्स एक्ट के तहत आजाद कराया गया था। इस आजादी को मनाने के लिए 31 अगस्त को लखनऊ में 193 जातियों का सम्मेलन भी किया गया। इसके बाद बीते साल 21 नवंबर को विश्व मछुआ दिवस के अवसर पर लखनऊ में भी पार्टी बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था।