दुर्घटना में महिला की हुई थी मौत, घर पहुंचा शव तो मचा कोहराम
लालगंज, प्रतापगढ़। कार की टक्कर से दुर्घटना में महिला की मौत को लेकर दूसरे दिन भी जलेसरगंज क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल दिखा। हालांकि एहतियातन जलेसरगंज के कटरा दुग्धा से लेकर कटरा नहर तक भारी संख्या में पुलिस व पीएसी को तैनात देखा गया। लालगंज कोतवाली के कटरा दुग्धा निवासी रामसमुझ की पत्नी कृपाला 65 की दुर्घटना में कार की टक्कर से गुरूवार को मौत हो गयी। महिला की मौत से आक्रोशित स्वजनों व ग्रामीणों ने जलेसरगंज हीरागंज मार्ग पर जाम लगा दिया था।
देर रात तक मार्ग जाम समाप्त न होने पर लालगंज सीओ रामसूरत सोनकर कटरा नहर पहुंचे। सीओ ने जाम कर रहे ग्रामीणों को जाम हटाने के लिए समझाया बुझाया। सीओ की बात नाराज ग्रामीणों ने अनसुनी कर दिया। सूत्रों के मुताबिक सीओ ने जाम लगा रहे ग्रामीणों को उनके खिलाफ भी एफआईआर की धौंस दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सीओ की धमकी से बात बिगड़ गयी और नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक पुलिस पर ग्रामीणों के पथराव से फोर्स हक्काबक्का हो गयी। पुलिस के लोग जान बचाने को इधर उधर भागने लगे।
पत्थरबाजी की घटना में सीओ समेत उनके हमराही सिपाहियों को भी मामूली चोटें आ गयीं। पुलिस पर पथराव की जानकारी मिलते ही पांच थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। कई थानों की फोर्स देख पत्थरबाजी कर रहे लोग वहां से भाग निकले। इसके बाद जाम समाप्त हो गया। सीओ समेत फोर्स पर पत्थर बाजी की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी संजय राय भी मौके पर पहुंच गये। एएसपी संजय राय के साथ जिले की महेशगंज, संग्रामगढ़, जेठवारा, उदयपुर तथा स्थानीय लालगंज समेत पहुंची फोर्स ने हालात को नियंत्रित करने में देर रात तक मशक्कत की।
इधर मृतका के स्वजन रात करीब साढे सात बजे मृतका का शव लेकर पीएम के लिए जिला मुख्यालय चले गये। पुलिस ने देर रात मृतका के पुत्र नोखेलाल पटेल की तहरीर पर कार चालक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने का केस दर्ज कर लिया। पुलिस जेसीबी की मदद से कार को कोतवाली उठा ले आयी। वहीं चालक को भी हिरासत में ले लिया।
शुक्रवार को दूसरे दिन भी जलेसरगंज क्षेत्र में घटना को लेकर तनावपूर्ण माहौल बना दिखा। इसके मददेनजर लालगंज कोतवाली समेत समीपवर्ती थानों की फोर्स व पीएसी इलाके में एहतियातन डटी देखी गयी। मृतका का शव पीएम के बाद शाम के करीब घर पहुंचा तो परिजनों में एक बार फिर कोहराम मच गया। मृतका की बेटियों का रो रो कर बुराहाल दिखा।
वहीं इलाके में यह चर्चा शुक्रवार को भी देखी सुनी गयी कि पहले तो लालगंज कोतवाल अवन दीक्षित ने मामले की गंभीरता नही समझी और वह मीडिया तथा अफसरो को मार्ग जाम के बाबत झांसा देते दिखे। वहीं सीओ के पहुंचने पर मामला संभलने के बजाय और बिगड़ गया। सीओ का ग्रामीणों को जाम के बाबत मुकदमे की धौंस देना आक्रोशित लोगों में आग में घी का काम कर गया।