कह गये साधु ,संत, ज्ञानी, मानी यही,
आज की बचत कल की सुरक्षा है सही।
जो करोगे आज तुम बचत,नहीं पड़ेगा विपत्त,
रहोगे आबाद सदा,होगा लक्ष्मी का वास सदा।
जो बचत की जगह सिर्फ पैसे उड़ाते हैं,
यकीनन वो इक दिन ज़रूर पछताते हैं।
चाहे अम्बानी हों या हों रतन टाटा,
बचत करना इन सबने ही है सीखा।
मुसीबतें बतलाकर कहाँ आती हैं?
अचानक से पँख वृहत फैलाती हैं।
हो जाते हो तुम फिर बड़े परेशान,
बिन पैसों के नहीं मिलता समाधान।
थोड़ी थोड़ी ही सही,पर बचत किया करो,
आज में जियो और कल सुरक्षित किया करो।
डॉ. रीमा सिन्हा (लखनऊ)