नयी दिल्ली : सरकार का ध्यान अब देश में इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण को बढ़ावा देने पर है और इसके लिए नई योजना पर काम जारी है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही। सीआईआई इलेक्ट्रॉनिक शिखर सम्मेलन में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव एस कृष्णन ने कहा कि 99 प्रतिशत स्थानीय मोबाइल फोन बाजार घरेलू विनिर्माण के जरिए पूरा किया जा रहा है। वृद्धि के अगले चरण के लिए कंपनियों को प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार और मूल्य संवर्धन बढ़ाकर निर्यात करने की आवश्यकता है।
कृष्णन ने कहा, ‘‘यदि हमें प्रतिस्पर्धात्मकता को बेहतर बनाए रखने की जरूरत है तो चुनौती वास्तव में देश में ‘असेंबली इकाइयों के मूल्यवर्धन के करीब 10 से 15 प्रतिशत पर निर्भर रहना नहीं है, बल्कि यह देखना है कि हम और क्या कर सकते हैं, हम मूल्य श्रृंखला में कैसे आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी देश कभी भी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला का मालिक नहीं होगा। यह मूल्य श्रृंखला का केवल एक हिस्सा होगा जिसे भारत को लक्षित करने की जरूरत है। उन्होंने साथ ही कहा कि उद्योग को स्थानीय स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए आवश्यक पूंजीगत उपकरणों के उत्पादन पर भी ध्यान देना चाहिए।