आज धनतरेस है,
कोई नया गीत गा लें,
चलो थोड़ा मुस्कुरा लें।
ना कोई छोटा ना कोई बड़ा
जानकर अपने को समझा लें
कोई नया गीत गा लें,
चलो थोड़ा मुस्कुरा लें।
सागर से बीन मोती ला दें,
फिर हमें धनवान बना दें,
कोई नया गीत गा लें,
चलो थोड़ा मुस्कुरा लें।
आज धनतरेस है,
कोई नया गीत गा लें,
चलो थोड़ा मुस्कुरा लें।
अमीर बनना तो सबको है,
तन्हाई में रोता गरीब हैं,
फिर भी धन की लौ लगा लें,
आज धनतरेस है,
कोई नया गीत गा लें,
चलो थोड़ा मुस्कुरा लें।
- नेहा ठाकुर " नेहा "
इंदौर, मध्यप्रदेश