" नेताओं के कारनामें "

आजकल के कुछ नेताएं ऐसे काम करते हैं,

अपने बारे में बताना हो, तो सिर्फ अच्छाई ही बताते हैं।

और जब वे दूसरे नेताओं के बारे में बात करते हैं,

तो अच्छाई को भी तोड़ - मरोड़ कर बुराई बताते हैं।


नेताजी जनता के नजर में सिर्फ़ नेता ही होते हैं

पर असल में वे पहुंचे हुये वैज्ञानिक होते हैं।

कब किसके बारे में बुराई करना है,

और किसको कब नीचा दिखाना है

इन सब बातों के लिए वे बहुत बड़े ज्ञानी होते हैं।


धनुर्धर की ताकत उसके तीर - कमान में होती है

जब चाहे किसी पर लक्ष्य साध ले।

नेताओं की ताकत उनकी जबान में होती है

जब चाहे तब कहीं भी दंगा भड़का दे।


आजकल के नेताएं सिर्फ नेता ही नहीं होते हैं

वे एक अच्छे उन्नतशील व्यापारी भी होते हैं।

पैसे लगाकर चुटकी में औदे प्राप्त कर लेते हैं

औदे से पैसे को कई गुना बरकरार रखते हैं।

व्यापारी के साथ - साथ किसान भी होते हैं 

जनता के ऊपर पैसे को पानी की तरह सींचते हैं

जरूरत पड़े तो दारू के कीटनाशक भी छिड़कते हैं।


हितेश्वर बर्मन

डंगनिया, सारंगढ़ (छत्तीसगढ़)

मो. नं. - 8251081037