नई दिल्लीः हाइड्रोजन क्षेत्र के निकाय आईएच2ए ने बुधवार को उम्मीद जताई कि घरेलू हाइड्रोजन उपकरण विनिर्माण एवं सेवा का बाजार वर्ष 2030 तक 45-50 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। इंडिया हाइड्रोजन अलायंस (आईएच2ए) ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसका यह आकलन हाइड्रोजन उत्पादन संयंत्र से संबंधित सभी उपकरणों पर आधारित है। इन उपकरणों के घरेलू इस्तेमाल के अलावा पश्चिम एशिया एवं अफ्रीकी देशों को निर्यात भी इसमें शामिल होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार का आकार इस स्तर पर पहुंचने से भारत भावी हरित हाइड्रोजन परियोजनाओं के लिए आपूर्ति शृंखला के एक केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा। उद्योग निकाय ने हरित हाइड्रोजन का क्षेत्रीय उपकरण एवं सेवा निर्यात बाजार 36 अरब डॉलर तक पहुंचने का भी अनुमान जताया है। इसके साथ ही इसने कहा कि अगले सात वर्षों में घरेलू हाइड्रोजन उपकरण बाजार 9-13.5 अरब डॉलर का हो जाएगा।