लखनऊ। बसपा के दलित वोट बैंक में सेंधमारी करने में सपा कामयाब रही है। घोसी उपचुनाव के बाद यही संदेश गया है। ऐसे में बीजेपी के खेमे में चिंता के बादल छाना तय है। दलित वोटर्स को पार्टी की विचारधारा से जोड़ने के लिए दलित नेता क्या कर रहे हैं? वो क्या रणनीति लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं। इन्हीं सवालों के साथ बीजेपी मुख्यालय पर बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ ही दलित सांसद-विधायकों और महिला सांसद, विधायक, मेयर, जिला पंचायत अध्यक्षों को भी बुलाया गया ।
इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह कर रहे हैं। भाजपा मुख्यालय पर भाजपा अनुसूचित मोर्चा की बैठक शुरू की गई। जिसमें बीजेपी के 17 अनुसूचित जाति से आने वाले सांसदों और 64 विधायकों को आमंत्रित किया गया है। इस बैठक में मोर्चा के बस्ती संपर्क एवं संवाद कार्यक्रम को तेजी से गांव - गांव तक चलाने पर चर्चा की जाएगी। दरअसल घोसी उपचुनाव में मिली हार के बाद दलित वोट बैंक को लेकर भाजपा नेतृत्व चिंतित है।
ऐसे में बस्ती संपर्क अभियान के जरिए मोर्चा की जिलावार बनाई गई टोलियों के साथ ही सांसद-विधायकों को भी बस्तियों में जाना है। और सभी से संपर्क स्थापित करने के साथ ही उनकी समस्याओं को भी सुनना होगा फिर रिपोर्ट तैयार करके पार्टी को देनी है। जिसके आधार पर बीजेपी अपनी आगामी रणनीति तैयार करेगी। बीजेपी की दूसरी बैठक महिला मोर्चा की होगी।
पहले प्रदेश पदाधिकारियों की और फिर महिला जनप्रतिनिधियों के साथ आगामी अभियान और कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में नारी शक्ति वंदन अधिनियम के जरिए आधी आबादी में पैठ बढ़ाने को लेकर बनी कार्ययोजना पर चर्चा होगी। इसके अलावा महिला मोर्चा के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधि को वोटर चेतना अभियान और नव महिला मतदाता सम्मेलन सहित अन्य कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।