कायर तू हमारा दुश्मन

कायर तू हमारा दुश्मन

तेरे अंदर नफरत फैलीं हुईं हैं

शहीद हो रहे भारत मां बेटे

देश के लिए

रो रहे हैं परिवारजन आंखों में लेकर आंसू

पर तुझे जरा भी दया नहीं आई,

तू दूश्मन हमारा है

तेरे इरादे नापाक है

पर हमारे वीर जवानों के आगे तेरी एक ना चल पायेगी

चुन चुन के आतंकवादियों का खत्मा करेंगे

कश्मीर की घाटियों को फिर से हरा-भरा करेंगे

शांन्ति अमन चैन का मसीहा भारत  किसी से कम नहीं है

हमारे वीर जवानों के आगे कोई भी दुश्मन आ जाये उसका खत्मा करेंगे,

यह शहादत बेकार नहीं जाएगी 

जिन्होंने यह हिंसात्मक कृत्य किया है

वह आतंकी सपोलों को बिलो में से निकाल कर

उनकी ही भाषा में जबाब देंगे ,

क्योंकि कायर तू हमारा दुश्मन है ।।

प्रेषक लेखक - हरि हर सिंह चौहान 

जबरी बाग नसिया इन्दौर मध्य-प्रदेश 452001

मोबाइल 9826084157