हिंदी हमारी प्यारी भाषा सरल,
सहज, सुबोध ।
मीठी बोली, प्यारी बोली मन
प्रसन्न हो जाये ।
हिंदी से हमारी एकता बढ़ती,
इससे देश की शान ।
हिंदी शब्द जिस पर प्यारी बिंदी,
राष्ट्र के भाल पर सम्मान।
हिंदी सबमें मिल जाती, मिल
कर खिलती खिल जाती ।
हिंदी उर्दू आपस में दो बहनें
यही देश की पहचान ।
हिंदी संस्कृत का आपस में
देखो कैसा मेल हैं ।
ये देश विविध बोलियों के
समागम का हमजोल है ।
हिंदी हमारी प्यारी भाषा सरल,
सहज, सुबोध ।
- मदन वर्मा " माणिक "
इंदौर, मध्यप्रदेश
मो. 6264366070