अरुणोदय संस्थान के बहु स्तरीय संगोष्ठी में किसानों ने प्राकृतिक खेती करने पर खाई शपथ
छतरपुर | गौरिहार ब्लॉक के ग्राम पंचायत सरवई में अरुणोदय संस्थान के बहु स्तरीय सब्जी उत्पादन संगोष्ठी में प्राकृतिक गाै आधारित खेती के द्वारा एक सैकड़ा किसानों ने प्राकृतिक खेती के माध्यम से कम लागत में अधिक से अधिक पैदावार करने के उद्देश्य से कार्यक्रम में उपस्थित दर्ज की | संगोष्ठी कार्यक्रम की शुरुआत शीला सीता एवं रेखा जी के स्वागत गीत से प्रारंभ की गई जिसमें गीत के बोल थे इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमजोर हो ना कार्यक्रम में सरपंच चुकेहटा शुक्ला जी किसान अर्जुन सिंह एवं नंदौता की महिला किसान ममता तिवारी ने सभी किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए आग्रह किया।
संगोष्ठी कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए संस्था के संजय श्रीवास्तव ने संचालन के माध्यम से क्षेत्र के किसानों को उनके द्वारा प्रयोग में लाई जा रही गोबर खाद एवं गोमूत्र के रूप में गैर-रासायनिक कीटनाशक के निर्माण पर बधाइयां दी एवं उनके अनुभवों को अन्य किसानों के बीच बतलाया जिसमें खामिन खेड़ा के किसान राजकुमार ने बताया कि मल्टी लेयर के माध्यम से हमने कम भूमि में अधिक से अधिक पैदावार कर अपनी आय को दुगना करने में सफलता प्राप्त की है।
इसी प्रकार क्षेत्र के सभी किसानों ने बड़ी-बड़ी से अपने-अपने विचार रखे एवं कहा कि प्राकृतिक खेती के दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता साथ ही संस्था का लगातार सहयोग उन्हें प्राप्त हो रहा है।
संस्था के निदेशक अभिषेक जी ने बताया कि हमारे किसान भाइयों को प्राकृतिक खेती का बाजार मुहैया कराने के उद्देश्य से संस्था निरंतर प्रयास कर रही है हम अपने प्रयासों में तभी सफल होंगे जब सभी किसान प्राकृतिक तरीके से अपने अन्न को उपजायेंगे क्योंकि अकेला चना भार नहीं फोड़ता उसी क्रम में जब तक हर किसान अपनी कमर नहीं कसेगा तब तक रासायनिक जहर हमारा पीछा नहीं छोड़ सकता।
संस्था के वरिष्ठ कार्यकर्ता जय बिहारी घोष ने बताया कि स्थानीय किसानों को खाद बीज एवं अनुदेशी खाद बीज की जरूरत को संस्था निरंतर किसानों तक पहुंच रही है ताकि सभी किसान भाई प्राकृतिक तरीके से खेती कर सके |
इसी प्रकार संस्था के सचिन मालवीय ने बताया कि मल्टी लेयर पद्धति से हम कम भूमि में अधिक से अधिक फसलों एवं सब्जियों को पैदा कर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा किसान भाइयों को पहुंचा सकते हैं जिसमें मचान विधि एवं अन्य वीडियो के द्वारा एक से अधिक प्रकार की सब्जियों को लगाकर किसान भाई अपनी आय को बढ़ाने में सफल हो सकता है।
संस्था के मुकेश तिवारी ने कहा कि किसान भाइयों को अपने लिए नहीं तो अपने बच्चों के लिए आने वाली नस्लों के लिए प्राकृतिक तरीके से पूरे में ना सही तो कम से कम एक बीघे में प्राकृतिक खेती को करना चाहिए क्योंकि हमारा कल सुरक्षित है तो सब कुछ सुरक्षित है।
इस प्रकार कार्यक्रम को समापन की ओर करते हुए संजय जी ने किसान भोला विश्वकर्मा ने अपने बुंदेली गीत ऐसी मिट्टी नहीं है बुंदेलखंड में के द्वारा सभी किसान भाइयों में जोश का संचार कर दिया एवं कार्यक्रम को समापन की ओर ले जाते हुए मुकेश तिवारी ने सभी किसान भाइयों से शपथ दिलाई कि हम अपनी एक-एक डीजे भूमि में प्राकृतिक तरीके से कृषि करेंगे क्योंकि हमें अपने बच्चों से प्यार है हम अरुणोदय संस्थान की आभारी हैं जिन्होंने प्राकृतिक खेती के माध्यम से हमें जहर से मुक्त करने में हमारी मदद की | कार्यक्रम में संस्था के जैनेंद्र पटेल शोभा लाल पटेल रामहित राजू तिवारी आशीष तिवारी रेखा अनुरागी शीला विश्वकर्मा रमेश प्रसाद विष्णु दत्त तिवारी दिग्विजय पटेल और प्रमोद कुमार वर्मा मनोज द्विवेदी शालिग्राम तिवारी मिथुन यादव संजय श्रीवास्तव आदि कार्यकर्ताओं एवं सैकड़ो किसानों ने भाग लिया |