सहारनपुर। डी.एम. के सख्त रूख के कारण उप खनिजों की चोरी में लगे स्टोन क्रेशरों की शामत आनी शुरू हो गई है। बिना प्रपत्र क्रेशर से उप खनिज रवाना करने वाले सात स्टोन क्रेशरों को नोटिस भेजा गया है। डेढ दर्जन से अधिक स्टोन क्रेशरों को नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है। नोटिस के जरिए एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है,जवाब संन्तोषजनक न होने पर सभी की ओटीपी बंद कर उनके भंडारण लाईसेंस को निरस्त किया जाएगा।
जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह की सख्ती के बाद जिले में उप जिलाधिकारी बेहट द्वारा उपखनिज भरे वाहनों की लगातार चैंकिंग कर रहे हैं।
उनके द्वारा अबतक दो दर्जन से अधिक ऐसे वाहनों को पकड़ा जो चुका है जिनके पास परिवहन के लिए वैध प्रपत्र नहीं थे। उन्होने सभी ऐसे वाहनों की रिपोर्ट डी.एम. को भेजा हैं। संयुक्त खान निदेशक/ जिला खान अधिकारी डाक्टर एन.के.दास ने बताया कि डी.एम.के निर्देश पर मैसर्स गंगोत्री स्टोन क्रेशर एंड स्क्रीनिंग प्लांट ग्राम असलमपुर बरथा,मैसर्स नटराज स्टोन क्रेशर ग्राम बरथा कोरसी, मैसर्स त्रिवेणी इंडस्ट्रीज स्टोन क्रेशर ग्राम पंचकुआ, मैसर्स सौभाग्य स्टोन क्रेशर ग्राम रामपुर, मैसर्स जय लक्ष्मी स्टोन क्रेशर ग्राम असलमपुर बरथा,मैसर्स चैधरी एसोसिएटस स्टोन क्रेशर ग्राम बाकरपुर और मैसर्स न्यू.कन्हैया स्टोन क्रेशर फतेहपुर पेलो तहसील बेहट से दो दर्जन से अधिक बिना प्रपत्र निकली गाड़िया पकड़ी गई हैं।
इन सभी स्टोन क्रेशरा को नोटिस देकर एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। सभी के जवाब के डी.एम. के समक्ष रखा जाएगा। जिनका जवाब संन्तोषजनक नहीं मिलेगा उनकी ओटीपी तत्काल बंद करने के साथ ही उसके भंडारण लाईसेंस को निरस्त कर जमा की धरोहर धनराशि को जब्त कर लिया जएगा।
दो खनन क्षेत्रों के लिए पुनः किया जाएगा टैंडर
बीते दिनों जिलाधिकारी द्वारा खनन कार्यों की गई समीक्षा में पाया गया कि जिने 14 नए खनन क्षेत्रों के लिए टैंडर हुए थे उनमें से
असलमपुर बरथा और नुनियारी क्षेत्र से धनराशि नहीं जमा हुई है। 11 क्षेत्रों से धनराशि जमा हो चुकी है और एक क्षेत्र का सत्यापन चल रहा है। जिलाधिकारी ने असलमपुर बरथा और नुनियारी क्षेत्र का पुनरू टैंडर करने का आदेश दिया है।
खनन विभाग में अधिकारियों की भरमार
खनन के मामले में बड़ा जनपद होने के कारण शासन एक संयुक्त निदेशक,एक खान अधिकारी और एक खान निरीक्षक की परमानेन्ट तैनाती करने बाद प्रोबेशन के एक खान अधिकारी और दो खान निरीक्षको की तैनाती की है। लगता है इस तैनाती के बाद जनपद में चल रही खनन प्रक्रिया पूरी तरह से नियंत्रित होकर चलेगी।