मध्य प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलने वाले वेंकटेश ने नौ गेंद पर 14 रन की पारी खेली। उन्होंने दो चौके और एक छक्का लगाया। मैच के दूसरे दिन दूसरे सत्र के दौरान यह घटना हुई। चिंतन गाजा का सीधा थ्रो वेंकटेश के सिर पर लगा। वह गेंद लगते ही मैदान पर लेट गए। सिर के पिछले हिस्से में लगी चोट के कारण वेंकटेश दर्द से कराह रहे थे।
दरअसल, गाजा की गेंद पर वेंकटेश ने छक्का मार दिया। इससे गाजा खुश नहीं थे। आमतौर पर तेज गेंदबाजों के साथ ऐसा होता है। गाजा की अगली गेंद को वेंकटेश ने सामने की ओर डिफेंस किया। गाजा ने गेंद उठाकर वेंकटेश को रनआउट करने के लिए थ्रो किया। गेंद स्टंप की जगह वेंकटेश के सिर में लगी। अय्यर इस घटना के बाद कुछ देर तक बल्लेबाजी नहीं कर सके। उन्हें ले जाने के लिए मैदान पर एंबुलेंस को बुलाया गया, लेकिन अच्छी बात यह थी कि वेंकटेश खुद ही चलकर बाहर गए। बाद में उन्होंने बल्लेबाजी की।
मध्य क्षेत्र ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पश्चिम क्षेत्र की टीम पहली पारी में 257 रन पर ऑलआउट हो गई। राहुल त्रिपाठी ने 67, पृथ्वी शॉ ने 60 और शम्स मुलानी ने 41 रन की पारी खेली। कप्तान अजिंक्य रहाणे आठ रन ही बना सके। दूसरी ओर, मध्य क्षेत्र की टीम पहली पारी में 128 रनों पर सिमट गई। इस तरह पश्चिम क्षेत्र को 129 रनों की बढ़त मिली।