यह पदक जीतने के साथ सौरव देश के पहले स्क्वैश खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में एकल प्रतियोगिता में कोई पदक जीता है। वो इससे पहले भी कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीत चुके हैं, लेकिन तब वो दीपिका पल्लीकल के साथ टीम में थे। उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में मिक्स्ड डबल्स में रजत पदक जीता था। इसके अलावा वह एशियन गेम्स में सात पदक जीत चुके हैं। इनमें एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य शामिल हैं।
सौरव घोषाल ने कांस्य पदक के मैच में इंग्लैंड के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के गोल्ड मेडलिस्ट जेम्स विल्सट्रोप को 3-0 से हराया। पहला गेम सौरव ने 11-6 से अपने नाम किया और दूसरा गेम भी 11-1 से जीत लिया। वहीं, तीसरे गेम में सौरव ने विल्सट्रोप को 11-4 से हरा दिया। जीत के बाद सौरव भावुक हो गए और रोने लगे।
कॉमनवेल्थ गेम्स में सौरव घोषाल का सफर
2010: तीसरे राउंड में बाहर
2014: ब्रॉन्ज मेडल मैच हारे
2018: राउंड ऑफ 32 में बाहर
2022: ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा