स्व0 खरपत्तू पहलवान अखाड़ा चड़ई के प्रांगण में संसाधन के अभाव में अभ्यास करते खिलाड़ी


निजामाबाद आजमगढ़।।आजादी के 75 वर्ष बाद भी अभी तक ग्रामीण क्षेत्र के नौजवान खिलाड़ियों युवाओं को मूलभूत सुविधाओं से दूर रखा गया है जिसका कारण है कि ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ी भी सुविधाओं और संसाधनों के अभाव में अपनी वास्तविक खेल प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण देखने को मिल सकता है इतनी भयंकर ठंडक के बावजूद भी जय बजरंग अखाड़ा  चड़ई जो कि लगभग 50 वर्षों से अनवरत चलता चला रहा है समय-समय पर अपनी बुनियादी आवश्यकताओं तथा आधुनिक उपकरणों की समस्या को लेकर विकासखंड से जिला मुख्यालय तक खिलाड़ियों द्वारा पत्र देने के बावजूद भी अभी तक किसी प्रकार की कोई खेल संसाधन एवं सुविधा यहां पर युवा कल्याण विभाग या खेल विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं हो पाई ऐसी स्थिति में मजबूर खिलाड़ियों तथा क्षेत्रवासियों के आपसी सहयोग से क्षेत्र के युवाओं को भविष्य को को देखते हुए आपसी चंदा लगाकर कुछ अति आवश्यक खेल उपकरण खरीदे जाते हैं लेकिन यह खेल उपकरण एक बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए पर्याप्त नहीं होते हैं ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए राष्ट्रीय पहलवान अमरजीत यादव तथा डॉ हरिराम यादव  द्वारा पूरे क्षेत्र में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है चड़ई अखाड़े के सुचारू रूप से संचालन रामदयाल यादव रामअवध यादव हिंद राज यादव प्रकाश चंद राजभर अरविंद कुमार तथा अन्य सम्मानित क्षेत्रवासियों का अहम सहयोग एवं योगदान रहता है जिससे अखाड़ा पूरे वर्ष नियमित रूप से संचालित होता रहता है और यहां से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी समय-समय पर निकलते रहते हैं ग्रामीण क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पहलवान अमरजीत यादव द्वारा अलग-अलग गांव में भी ग्रामीणों के सहयोग से कुश्ती कबड्डी खो-खो दौड़ तथा अन्य ग्रामीण खेलों के लिए लगातार प्रयास जारी हैं।