परफार्मेंस ग्रांट घोटाला: विजय किरण को क्यों बचा रही सरकार


लखनऊ। प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को अनियमित रूप से परफोर्मेंस ग्रांट की धनराशि देने के मामले में पंचायती राज के पूर्व निदेशक विजय किरण आनंद को बचाये जाने पर एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने कड़ी आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में नूतन ने कहा कि कल उन्होंने एक पूर्व निदेशक अनिल कुमार दमेले के खिलाफ कार्यवाही की स्वीकृति दे दी लेकिन आनंद के खिलाफ स्वीकृति नहीं दी गयी जबकि एसपी, विजिलेंस राम किशुन के पत्र दिनांक 11 जुलाई 2019 में श्री दमेले के साथ श्री आनंद के खिलाफ भी धारा 409, 120बी आईपीसी व 13(1) (सी) तथा 13(1) (डी) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की गयी थी।


नूतन ने कहा कि श्री आनंद 18 अप्रैल से 20 दिसंबर 2017 तक निदेशक, पंचायती राज के पद पर थे, जहाँ से उन्हें मेला अधिकारी, प्रयागराज बनाया गया था। इस दौरान राष्ट्रीय पंचायती राज प्रधान संगठन ने दिनांक 18 अप्रैल को शासन से इस चयन के संबंध में शिकायत की थी जिस पर शासन ने 23 अप्रैल को जाँच करा कर 15 दिन में आख्या देने का निर्देश दिया था. इसके बाद भी श्री आनंद ने 03 मई 2017 को सभी बैंकों को उसी दिन धनराशि इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर के माध्यम से स्थानांतरित कर सूचित करने के निर्देश दिए, जिससे उनकी भूमिका स्पष्ट हो जाती है। नूतन ने इन तथ्यों के आधार पर श्री आनंद पर कार्यवाही की मांग की है।